Talak Kaise Le Related FAQ: भारत में पति-पत्नी के रिश्ते को काफी मजबूत माना जाता है। इस रिश्ते को 7 जन्मों का बंधन भी कहाँ जाता है। इसके बाबजूद भी भारत मे बड़ी सँख्या में तलाक होते रहते है। डाइवोर्स (Divorce) ऐसा शब्द जिसमें जीवन भर के लिए रिश्ता खत्म हो जाता है। पति-पत्नी जब जिंदगी में एक दूसरे से खुश नहीं रहते हैं तो वह तलाक का सहारा ले लेते हैं।
लेकिन डाइवोर्स लेना इतना आसान भी नहीं होता है। डाइवोर्स लेने के लिए काफी लड़ाइयां करनी पड़ती है। तलाक कैसे लें? (Talak Kaise Le) यह प्रश्न भारत के काफी नागरिकों के मन मे उठता रहता है। इसलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में तलाक कैसे लें? अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (How to get a divorce?) को लेकर आये है। जो डाइवोर्स लेने में आपकी काफी मदद कर सकते है। तो आइये जानते है-
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तलाक क्या होता है? | What is divorce?
दोस्तों Talak Kaise Le जानने से पहले थोड़ा तलाक के बारे में भी जान लेते है. मित्रो डाइवोर्स का सीधा मतलब होता है किसी विवाह के रिश्ते को कानूनी रूप से पूरी तरह समाप्त करना। तलाक लेने की एक पूरी प्रक्रिया होती है जो कानूनी रूप से कोर्ट के अनुसार पूर्ण की जाती है.
Talak Kaise Le Related FAQ
तलाक का नया नियम क्या है?
अगर पति और पत्नी एक साल या उससे अधिक समय से एक साथ नहीं रह रहे हैं और पति-पत्नी दोनों तलाक लेने की सहमति करते हैं। तो वह तलाक ले सकते हैं।
तलाक के लिए याचिका कब दायर कैसे कर सकते है?
तलाक के लिए शादी के 1 वर्ष या उसके बाद ही डाइवोर्स के लिए याचिका दया की जा सकती है
तलाक लेने में कितना खर्च आता है?
तलाक लेने की प्रक्रिया किस तरह की है। उसे पर निर्भर करता है कि डाइवोर्स लेने में कितना खर्चा आएगा। जैसे कि अगर आपका डाइवोर्स की प्रक्रिया लंबी चलती है तो उसमें ज्यादा खर्च आता है। कानूनी जानकार बताते हैं कि अगर आपसी रजामंदी में डाइवोर्स होता है तो वकील की कुल फीस 5 हजार से 1 लाख तक होती है। वहीं अगर तलाक विवादित होता है तो 50000 से 7 लाख रुपए या उससे अधिक खर्च आता है।
अगर पति तलाक चाहता है और पत्नी नहीं चाहती तो क्या करें?
इस स्थिति में पत्नी वकील के माध्यम से तलाक की याचिका दायर कर सकती है
तलाक के बाद बच्चे पर किसका अधिकार होता है?
मौजूदा भारतीय कानून के तहत अदालत तलाक के बाद बच्चों के सर्वोत्तम हितों के आधार पर माता या पिता में से किसी एक को दे सकती है
क्या बिना कोर्ट जाए तलाक लिया जा सकता है?
अगर पति-पत्नी के रिश्ते पूरे तरह से टूट चुके है। और उन दोनों में सुलह की कोई गुंजाइश नहीं है तो पति -पत्नी आपसी सहमति से भारतीय संविधान के आर्टिकल 142 के तहत कोर्ट बिना फैमिली कोर्ट भेजे तलाक को मंजूरी दे सकता है।
फ्री में तलाक कैसे ले सकते हैं?
आपसी सहमति से ही फ्री ने तलाक लिया जा सकता है।
पत्नी को छोड़ने पर कौन सी धारा लगती है?
अगर एक पति अपनी पत्नी को छोड़ रहा है तो पत्नी धारा 125 के तहत अपना हक मांग सकती है।
तलाक के बाद पत्नी को क्या मिलता है?
आमतौर पर डाइवोर्स के बाद पति के द्वारा पत्नी को हर महीने गुजारा भत्ता दिया जाता है।
तलाक कितने दिन का होता है?
अगर आप अपनी पत्नी या पत्नी अपने पति से तलाक ले रही है। तो पत्नी-पति का रिश्ता जीवन भर के लिए खत्म हो जाता है।
पत्नी पति के बिना कितने दिन रह सकती है?
हिंदू धर्म में पत्नी अधिकतम 6 महीने तक अपने पति के बिना अनुमति के उससे दूर रह सकती है।
क्या बिना कोर्ट जाए तलाक लिया जा सकता है?
भारतीय संविधान के आर्टिकल 142 के तहत आप बिना कोर्ट में जाये तलाक ले सकते है।
तलाक लेने का सबसे आसान सस्ता तरीका क्या है?
भारत में तलाक लेने की प्रक्रिया हिंदू विवाह अधिनियम 1950 की धारा 13बी सबसे सरल और आसान तलाक लेने की धारा है। इस धारा के अनुसार जब पति-पत्नी आपसी सहमति से तलाक लेना चाहते हैं तो वह इस स्थिति में धारा 13बी के अंतर्गत अदालत से तलाक ले सकते है। इसके लिए आपको अदालत में याचिका दायर करनी होगी। इसके साथ ही अदालत में दिखाना होगा कि दंपति एक या दो साल से अलग रह रहे हैं।
जल्दी तलाक कैसे ले?
आपसी सहमति जल्दी तलाक लेने की सबसे अच्छी प्रक्रिया है।
तलाक की आयु सीमा क्या है?
तलाक लेने की मिनिमम आयु 18 बर्ष निर्धारित की गई है। अधिकतम सीमा कितनी भी हो सकती है।
पुरुष किस आधार पर अपनी पत्नी को तलाक दे सकता है?
अगर कोई पत्नी अपने पति पर क्रूरता करती है। जैसे मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक या अन्य किसी प्रकार का दुर्व्यवहार तो इस स्थिति में पति कानूनी अधिकार के तौर पर तलाक के लिए कार्यवाही शुरू कर सकता है
क्या तलाक एकतरफा हो सकता है?
एक तरफ तलाक हो सकता है। इसके लिए शर्ते है कि अगर पति या पत्नी किसी दूसरे इंसान के साथ शारीरिक संबंध बनाता है। और अवैध रिश्ता रखता है। तो इस स्तिथि में डाइवोर्स हो सकता है। लेकिन इसके लिए कोर्ट में सबूत पेश करने होंगे।
पत्नी तलाक न दे तो क्या करें?
अगर पत्नी तलाक देने से इनकार कर रही है तो वकील के माध्यम से विवादित Divorce अदालत में दायर किया जा सकता है
आपसी तलाक में कितने दिन लगेंगे?
जब आप आपसी तलाक के लिए कोर्ट में याचिका दायर करते है। तो कोर्ट के द्वारा कोर्ट के द्वारा रिश्ते को सुलझाने के लिए 6 महीने की अवधि समय दिया जाता है। अगर इन 6 महीने में आपके आपसी रिश्ते नही सुलझते है तो कोर्ट के द्वारा आपसी तलाक को मंजूरी दे दी जाती है।
क्या बिना तलाक दूसरी शादी हो सकती है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 494 के अनुसार, तलाक लिए बिना दूसरी शादी करना या किसी दूसरे इंसान के साथ लाइव इन रिलेशन में रहता एक अपराध है. अगर कोई ऐसा करता है तो उस पर धारा 415 के तहत धोखधड़ी करने के मामले में कार्यवाही की जा सकती है.
कोर्ट में तलाक लेने में कितना समय लगेगा?
कोर्ट में आपसी तलाक लेने में अधिकतम 6 महीने का समय लगता है.
तलाक लेने की पूरी प्रक्रिया क्या है?
तलाक लेने के लिए पहले चरण में दंपति को करते में याचिका दायर करनी होती है. दूसरे चरण में दोनों के ब्यान कोर्ट में दर्ज किये जाते है. तीसरे चरण में कोर्ट दोनों को रिस्ता सुलझाने के लिए 6 महीने का समय देता है. उसका बाद जो भी फैसला होता है कोर्ट के द्वारा सुनाया जाता है.
तलाक होने के 5 मुख्य कारण क्या है?
तलाक होने के मुख्य 5 कारण इनकार, क्रोध, सौदेबाजी, अवसाद और स्वीकृति हो सकते है.
पति या पत्नी कितने साल में तलाक ले सकते हैं?
शादी के 1 साल बाद पति या पत्नी तलाक ले सकते है. लेकिन इसके लिए कोर्ट में सबूत दिखाना होगा की पति – पत्नी एक साल से अलग रहे है.
तलाक का सबसे छोटा तरीका क्या है?
आपसी सहमति से लिया गया तलाक सबसे छोटी प्रक्रिया है.
तलाक कितने प्रकार के होते हैं?
भारत में तलाक दो प्रकार होते है, पहला आपसी सहमति से तलाक और दूसरा एकतरफा अर्जी लगाना।
तलाक का पेपर कहां मिलता है?
तलाक का पेपर कोर्ट से मिलता है.
तलाक लेने के लिए कौन सी धारा का इस्तेमाल किया जाता है?
Divorce लेने के लिए हिंदू मैरिज एक्ट 1955 धारा-13B का इस्तेमाल किया जाता है.
तलाक होने के कितने दिन बाद शादी कर सकते है?
तलाक होने के 6 महीने बाद आप दूसरी शादी कर सकते है.
तलाक के बारे में कब सोचना चाहिए?
अगर आपकी आपके पार्टनर के साथ आपसी सहमति नहीं है. या एक दूसरे पर विस्वाश, सम्मान खो दिया है. तो आप इस स्थिति में तलाक के बारे में सोच सकते है.
क्या तलाक के बाद बच्चे का उसके पिता की सम्पंति पर अधिकार होता है?
जी हाँ, बिल्कुल तलाक के बाद बच्चे का पूरा अधिकार अपने पिता की सम्पंति पर होता है.
चरित्रहीन पत्नी से डाइवोर्स कैसे ले?
अगर आपकी पत्नी चरित्रहीन है तो आप उसके सबूत कोर्ट में पेश करके अपनी पत्नी से तलाक ले सकते है.
क्या तलाक के लिए अलग रहना जरूरी है?
जी हाँ, आप आप अपने पार्टनर से तलाक लेना चाहते है तो आपको कम से कम 1 साल तक अलग – अलग रहना होगा।
तलाक के लिए याचिका कहाँ दायर करें?
तलाक के लिए आप पारिवारिक न्यायालय या एक जिला अदालत में दायर कर सकते है.
क्या मैं लिव – इन रिलेशनशिप में रहते हुए तलाक ले सकता हूँ?
लिव – इन रिलेशनशिप में रहने वाले के लिए डाइवोर्स के संबंध में कानून में कोई प्रावधान नहीं किया गया है.
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निष्कर्ष
दोस्तों भारत में तलाक लेने की प्रक्रिया काफी आम बात हो गयी है. आये दिन तलाक के मामले सामने आते रहते है. इस स्थिति में काफी ऐसे लोग है जो तलाक कैसे ले? इस बात से अंजान है. इसलिए आज हमने आपको अपने इस आर्टिकल में तलाक कैसे लें? अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न को साझा किया है.
आशा करता हूँ की आपको हमारे इस आर्टिकल में दिए गए Talak Kaise Le Related FAQ उपयोगी साबित हुए होंगे। अगर आपको दिए गए प्रश्न उत्तर उपयोगी रहे हो तो इस लेख को अपने दोस्तों रिश्तेदरों के साथ जरूर साझा करे. बाकि अगर आपका किसी तरह का सवाल है, तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते है. हम जल्द आपके साथ जुड़कर आपकी पूरी सहायता करेंगे।